कॉलेज में विषय चयन का सिस्टम बदला पहले विषय की जुटाना होगी जानकारी, फिर जमा होंगे फार्म
इस बार कॉलेज छात्रों को विषय चयन करने का तरीका बदला है। बीकॉम, बीए प्रथम वर्ष की प्राइवेट परीक्षा के लिए इस बार छात्रों को पहले जिले के 22 कॉलेजों में से किसी एक में पहुंचकर विषयों के संबंध में सहमति लेना होगी। चूंकि इस बार सारे नियम बदल गए हैं, इसलिए प्राइवेट परीक्षार्थियों को वोकेशनल के 25 विषयों में से भी एक विषय चुनना होगा लेकिन छात्र जो भी विषय चुनेगा, वह संबंधित कॉलेज की सूची में होना चाहिए। अन्यथा छात्र को दूसरे कॉलेज में फॉर्म भरना होगा।
लीड कॉलेज प्राचार्य डॉ एके शर्मा ने बताया कि नई एजुकेशन पॉलिसी के कारण इस बार कई विषयों के चयन का पूरा सिस्टम ही बदल चुका है। ऐसे में प्राइवेट परीक्षार्थियों की परीक्षा का पूरा पैटर्न बदला गया है।
बहरहाल, यूनिवर्सिटी भी अगले सप्ताह तक उन कॉलेजों की सूची जारी करेगा, जहां छात्र प्राइवेट फॉर्म जमा कर सकेंगे, लेकिन यूनिवर्सिटी वोकेशनल विषयों की सूची जारी नहीं करेगी उसके लिए छात्रों को संबंधित कॉलेज में पहुंचकर ही जानकारी लेना होगी।
फैशन डिजाइनिंग, फिल्म संगीत कर सकते हैं चयन
श्री शर्मा ने बताया कि यूजी कोर्स में सेकंड ईयर का नया सिलेबस जारी कर दिया गया है। बीए के छात्रों को वैकल्पिक के तौर पर भारतीय संगीत ( तंत्र एवं सुषिर वाद्य) विषय में फिल्म संगीत एवं वाद्यों का योगदान, भरत नाट्यम, फैशन डिजाइनिंग और
वैद-कर्मकांड भी पढ़ाया जाएगा। सभी कोर्स के छात्र इसे इलेक्टिव जेनरिक विषय के तौर पर चुन सकेंगे। इसमें फिल्मी गाने व संगीत रचनाएं सिखाई जाएंगी। भारतीय फिल्म संगीत के इतिहास से लेकर करियर के लिहाज से उसके भविष्य तक सब कुछ पढ़ाया और सिखाया जाएगा। यही नहीं फिल्म संगीत में शास्त्रीय संगीत का पक्ष संगीत शब्दावली और ताल व तंत्र ही बदल चुका है। ऐसे में प्राइवेट वाद्यों का उपयोग भी सिखाया
परीक्षार्थियों की परीक्षा का पूरा जाएगा। परचा 30 अंक का रहेगा।
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